Guava Mahotsav: इस तरीके से लगाएं अमरूद के पौधे, जल्दी बढ़ेंगे और फल भी ज्यादा देंगे, जानिए तरीका

Guava Mahotsav: कृषि वैज्ञानिकों ने अमरूद के पौधों पर एक अनोखा प्रयोग किया है और इस प्रयोग से अमरूद का पौधा 2 साल पहले फल देना शुरू कर देगा और इसका उत्पादन भी बढ़ जाएगा। मुरैना स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि अमरूद के पौधे लगाने की दो विशेष विधियां हैं।
एक जिसमें रोपण बीज द्वारा किया जाता है और दूसरा एयर लेयरिंग नामक तकनीक के माध्यम से होता है। इसमें पौधे से एक गांठ बांध दी जाती है और उस गांठ में खाद, मिट्टी और गोबर मिला दिया जाता है। कुछ दिनों के बाद उस झाड़ी में जड़ें निकल आती हैं, जिसके बाद बरसात के मौसम में पौधे को लगाया जाता है और पौधे पर लगे अनावश्यक पत्तों को हटा दिया जाता है। इससे पौधे को पर्याप्त पानी और ऑक्सीजन मिलती है और पौधा जल्दी तैयार हो जाता है।
गूटी बांधने से होता है कमाल
कृषि वैज्ञानिक डॉ. संदीप सिंह तोमर ने बताया कि जब पौधे का तना पेंसिल की मोटाई के बराबर हो जाता है तो तने से 2-3 सेंटीमीटर ऊपर एक गांठ बांध दी जाती है। गूटी बरसात के मौसम में ही बांधी जाती है, गूटी में जितनी अच्छी जड़ें होती हैं, उतनी ही अच्छी उपज होती है। पौधे का रोपण वर्षा ऋतु में ही किया जाता है जिससे पौधा सूखता नहीं है। साथ ही गुट्टी को अच्छे से बांधा जाता है, ताकि उसके अंदर पानी और नमी बनी रहे.
70-80 रुपए प्रति पौधा
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि इस विधि से अमरूद का उत्पादन सबसे तेजी से प्राप्त किया जा सकता है। बताया कि यहां केंद्र पर किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाता है। जो युवा किसान हैं वे इस प्रकार अमरूद का बाग लगाकर रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। इसकी कीमत की बात करें तो कीमत 70-80 रुपये प्रति पौधा रखी जाती है, जिसे किसान खरीदते हैं और अमरूद का भरपूर उत्पादन होता है।