Rate Of Mustard Today: सरसों की नही हो रही MSP पर खरीद, प्रति कुंटल 600 रुपये तक का नुकसान, जाने क्या है आज का भाव

Rate Of Mustard Today: सरसों की नही हो रही MSP पर खरीद, प्रति कुंटल 600 रुपये तक का नुकसान, जाने क्या है आज का भाव

Rate Of Mustard Today: राजस्थान के मंडियों में रबी फसल सरसों, गेहूं और चना की खरीद अभी एमएसपी पर शुरू नहीं हुई है, जिससे किसान घाटे में अपनी फसल बेचने को मजबूर हो रहे हैं. कृषि मंडियों में सरसों का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी कम है।

किसान औने-पौने दाम में अपनी फसल बेचने को विवश है। बाजार में इस समय सरसों की खरीद 4800 से 5100 रुपये तक चल रही है, जबकि समर्थन मूल्य 5450 रुपये प्रतिक्विंटल है। इस हिसाब से किसानों को लगभग 350 रूपये से लेकर 600 रूपये प्रति कुंटल का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

‘रकार बड़े किसानो के साथ’

किसानों का कहना है कि सरकार भी बड़े किसानों के साथ है। बड़े किसान अपनी फसल रखते हैं और दाम बढ़ने पर बेच देते हैं। लेकिन, छोटा और मध्यम वर्ग का किसान साल भर सेठ या साहूकार से पैसा लेकर अपने घर का खर्च और खेत की जुताई-बुआई के काम में लेता है। फसल कटते ही किसान फसल बेचकर कर्जदार का कर्ज चुका देता है। अतः किसान अपनी फसल को अधिक समय तक अपने घर में नहीं रख सकता, क्योंकि कर्जदार उससे धन की माँग करता है। इस कारण वर्तमान में छोटे व मझोले किसान सरसों की फसल को जबरन बाजार में बेच रहे हैं।

मौसम की मार भी किसानों पर पड़ी है

राज किसानों से नाराज हैं, लेकिन लगता है राम भी नाराज हैं। बेमौसम बारिश और ओलों ने किसान की कमर तोड़ दी है। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच बुधवार देर शाम अचानक मौसम ने करवट बदली और झमाझम बारिश शुरू हो गई. बारिश के साथ ही ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। बारिश और ओलावृष्टि से किसान की सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के कुछ जिलों में चार से पांच दिनों तक बारिश का दौर जारी रह सकता है.

मंत्री नुकसान का जायजा लेने पहुंचे

बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए भरतपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग बुधवार को भरतपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी सहित किसानों के बीच पहुंचकर फसल को हुए नुकसान का जायजा लिया और किसानों को सांत्वना देते हुए कहा कि जल्द ही नुकसान का आकलन कर किसानों को नुकसान की भरपाई कर दी जाएगी.

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