Agro Fair 2023: पटना के गांधी मैदान में आयोजित एग्रो बिहार मेले का समापन हो गया है. मेले में इस बार किसानों ने कृषि यंत्रों की खरीदारी की। कृषि विभाग के सचिव ने बताया कि मेले के अंतिम दिन स्वचालित रीपर, रीपर-कम-बाइंडर, स्ट्रा रीपर, राइस मिल, मल्टीक्रॉप थ्रेशर, सीड-कम- सहित 187.77 लाख रुपये मूल्य की 114 कृषि मशीनों का वितरण किया गया. किसानों द्वारा बेची गई खाद ड्रिल व थ्रेशर खरीदी गई है, जिस पर 76,18,600 रुपये की सब्सिडी दी गई है।
Agro Fair 2023
उन्होंने बताया कि चार दिनों तक चले इस मेले में कुल 11 करोड़ रुपये के 665 कृषि यंत्र खरीदे गए, जिन पर 481.73 लाख रुपये की सब्सिडी दी गई. राज्य सरकार ने राज्य के किसानों को 90 प्रकार के कृषि यंत्र खरीदने के लिए 94.05 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान की है। साथ ही, सरकार ने किसानों को फसल अवशेषों के प्रबंधन और उन्हें जलाने के बजाय खाद के रूप में उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस मेले में फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित बड़ी संख्या में मशीनें जैसे पुआल रीपर, रीपर-कम-बाइंडर, सुपर सीडर आदि की बिक्री हुई है। इससे पता चलता है कि राज्य के किसान मिट्टी और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हैं। सचिव ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में फसल अवशेष जलाने की घटना में कमी आएगी.
Agro Fair 2023
कृषि बिहार मेले में 341 किसानों को चल मृदा परीक्षण प्रयोगशाला के निरीक्षण एवं मृदा परीक्षण योजना से संबंधित पुस्तिका प्रदान की गई। साथ ही मृदा स्वास्थ्य कार्ड के संबंध में जानकारी दी गई। इस वर्ष मेले का आयोजन बहुत ही सुंदर तरीके से किया गया। पटना में वर्ष 2011 से कोरोना वर्ष को छोड़कर हर वर्ष कृषि बिहार राज्य स्तरीय यंत्रीकरण मेले का आयोजन किया जाता रहा है. इस मेले की विशेषता यह है कि आधुनिक कृषि यंत्रों के निर्माता-विक्रेता और किसान के बीच एक ही स्थान पर सीधा संवाद होता है।
मेले में कृषि यंत्रों के अलावा उद्यान, बीज, पौध संरक्षण, मृदा संरक्षण, खाद, प्रसंस्कृत कृषि उत्पादों के साथ-साथ कृषि प्रसंस्करण मशीनों का भी विक्रय एवं विक्रय किया गया। इस समारोह में सभी कृषि यंत्र निर्माताओं को संयुक्त रूप से प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। इस अवसर पर विशेष सचिव-सह-संचालक कृषि विजय कुमार, अपर निदेशक (छात्र) धनंजयपति त्रिपाठी, निदेशक, भू-संरक्षण निदेशक बंतेश नारायण सिंह, संयुक्त निदेशक, कृषि नियंत्रण जय प्रकाश नारायण, निदेशक, बामती आभांशु सी. जैन सहित कृषि विभाग एवं सीआईआई के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।